
COMPLETE KABIR SAGAR WITH LYRICS
SAT KABIR YOUTUBE CHANNEL PRESENTS COMPLETE KABIR SAGAR WITH SH. BIJENDER CHAUHAN.
“SAT SAHEB JI”
ऐ मालिक तुझसे तो कुछ नहीं छुपा है तू तो सब जानता है बार बार खुदी ही रुसवाई का कारण बन जाती है मेरे मालिक माफी बक्शी ऐ परवरदिगार खुद से दूर ना करी अपने पैरो की धूल समझ अपने पास ही रखी
Gaurav
“KABIR IS GOD”
जाने अनजाने हुई कोई गलती की माफ करी मेरे खुदाया तू नही तो कुछ नही तेरी रहमो कर्म पे ही मुझ जैसे गुनहागार का गुजारा होता है बस मालिक तू हाथ ना छोड़ी बाकी किसी से कोई उम्मीद नही
Lalit
“SAHEB BANDGI”
कितनी ही बार विकारों में फंसे रहने के कारण तुझसे दूर रहे। कितनी ही बार तू बंदों , फकीरों और मुसाफिरों के रूप में हम तक आया पर हम गाफिल तुझसे अनजान रहे। अब तू ही तुझ तक आने का रस्ता बना।
Pankaj
You must be logged in to post a comment.